मेरठ. इस समय मेरठ (Meerut) समेत पूरा वेस्ट यूपी जबरदस्त शीत लहर (Cold Waves) की चपेट में है। ठंडी हवाएं शरीर में नश्तर की तरह चुभ रही हैं। लोगों ने ठंड से बचने के लिए अलावा का सहारा लेना शुरू कर दिया है। सड़कों पर जगह-जगह अलाव जलाकर लोग शीत लहर के कहर से बचने का उपाय कर रहे हैं। इस ठंड के कारण मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 1 जनवरी 2021 को तापमान एक डिग्री तक जा सकता है। इस समय मेरठ का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेंटीग्रेट तक पहुंच चुका है, जो कि सामान्य से चार डिग्री कम है। वहीं, अधिकतम तापमान 16 डिग्री पर पहुंच गया है। यह भी समान्य से 3 डिग्री नीचे बताया जा रहा है।
जबरदस्त शीतलहर से मेरठ और आसपास के जिलों में जीवन ठहर सा गया है। मौसम विभाग ने पहले आरेंज अलर्ट जारी किया था, लेकिन जिस तरह से शीत लहर अपने पूरे चरम पर है और पारा नीचे जा रहा है उसको देखते हुए ही आरेज अलर्ट को येलो में तब्दील कर दिया गया है। पश्चिम उप्र के जिलों में अत्यधिक ठंड का असर देखने को मिल रहा है। वहीं फसलों एवं पेड़-पौधों पर ओस की बूंदे भी दिखी। सूर्य देव ने बुधवार सुबह दर्शन नहीं दिए। इससे पूर्व सुबह से ही हाइवे कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया।
अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या
ठंड से बचने के लिए लोग घरों व दफ्तरों में रूम हीटर या फिर अलाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं, ठंड की चपेट में आने से बुखार, वायरल, खांसी, जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं। सरकारी व निजी अस्पतालों में इनकी संख्या बढ़ रही है। चिकित्सकों की मानें तो इस समय बुजुर्ग व बच्चों और महिलाओं को सर्दी से बचकर रहना चाहिए। दमा, अस्थमा के मरीजों को इस मौसम में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं ठंड का असर सफर पर भी पड़ रहा है।