मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राम को सांप्रदायिक बताना संकीर्ण राजनीति का परिचायक है। आज अयोध्या की पहचान वहां के दीपोत्सव से भी हो रही है। इसमें राम चंद्र जी जहां-जहां गए, वहां के कलाकारों को बुलाकर प्रस्तुति दी जाती है। पिछले दिनों इंडोनेशिया के भी कलाकारों की प्रस्तुति हुई। फिर इंडोनेशिया की रामलीला के पात्रों को मैंने लखनऊ आवास पर सम्मान के लिए बुलाया। मैं यह देखकर हैरान था कि उसमें सभी पात्र मुस्लिम थे।
मैंने उनसे कहा कि आप मुस्लिम होने के बावजूद राम, सीता या हनुमान बने। उन्होंने कहा हमारे यहां राम को लोग बड़ी श्रद्धा के साथ पूजते करते हैं। हमारा मजहब कुछ भी हो लेकिन हम पूर्वज नहीं बदल सकते। इस पर मैंने कहा की अगर भारत के अंदर कोई ऐसा करता तो यहां तो फतवा जारी हो गया होता।
सीएम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती की पूर्व संध्या पर केजीएमयू कन्वेंशन सेंटर में आयोजित “अटल स्मृति काव्य संध्या” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुवे कहा कि अगर मन मे देश और आराध्य के प्रति सही भाव होता तो वामपंथी व सोशलिस्ट देश के साथ नमकहरामी न करते। लोहिया भाजपा के नहीं थे, लेकिन भारतीयता को जानते थे। आज लोहिया के नाम पर राजनीति करने वाले परिवारवाद, जातिवाद, गुंडागर्दी को बढ़ावा देते हैं। किसानों की जमीन हड़पने वाले आज फिर वातावरण खराब कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम ग्राम सड़क योजना में बनी सड़क के किसान लाभान्वित, दीनदयाल उपाध्याय योजना से मिली बिजली से किसान और गरीब को ही लाभ।
स्वच्छ भारत मिशन का लाभ भी गांव, गरीब को ही मिला और बीमारी कम हुई। हमने किसी जाति, धर्म को देखकर काम नही किया। हमने किसी काम मे हिन्दू-मुश्लिम नहीं देखा। अब लोगों के पास कहने को कुछ नहीं रह गया तो भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं। कल शुक्रवार को सुशाशन दिवस किसानों की आत्मनिर्भर दिवस के रूप में मनाएंगे। कश्मीर से धारा 370 हटने से अटल जी की आत्मा को शांति मिली होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी ने कवि और साहित्यकार की संवेदनशीलता को राजनीति में भी अक्षुण्ण रखा। अटल जी ने यह बताया कि राजनीति मूल्यों और आदर्शों की होनी चाहिए तथा इसे अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से प्रचारित व प्रसारित भी किया। सार्वजनिक जीवन के साथ-साथ उनकी स्मृतियां और संस्मरण लोगों को सदैव प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में आदर्शों व मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध होकर हम अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
उन्होंने जो सपना देखा था, वह आज साकार हो रहा है। जब योग्य लोग सार्वजनिक जीवन में परम्परा और संस्कृति के साथ प्रतिबद्धताओं को दोहराते हैं, तो उसके अच्छे परिणाम मिलते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अटल जी की परम्परा का वहन करते हुए प्रतिबद्ध होकर देश और जनता की भलाई के लिए कार्य कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि सार्वजनिक समारोहों और कार्यक्रमों में कोरोना से बचाव के उपाय लगातार अपनाए जाने चाहिए। कोरोना के संक्रमण से अभी मुक्ति नहीं मिली है, बल्कि दुनिया के दूसरे हिस्सों में इसका नया स्ट्रेन देखने को मिला है। सतर्कता और बचाव से ही हम कोरोना को परास्त करते हुए दुनिया को सन्देश देने में सफल होंगे।
इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, विधि मंत्री तथा अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल फाउण्डेशन के अध्यक्ष बृजेश पाठक, भाजपा के संगठन महामंत्री सुनील बंसल, महापौर संयुक्ता भाटिया, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, मंत्री मोहसिन रजा, विधायकगण आदि उपस्थित थे। काव्य संध्या में युवा कवि कुमार विश्वास ने अटल जी को समर्पित एकल काव्य पाठ किया गया।