विकास कार्यों के कागजों में अधिक संख्या दिखाकर मौके पर कम श्रमिकों से काम चलाने वालों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) सत्य प्रकाश ने मलवां ब्लॉक के सहायक विकास अधिकारी पंचायत (एडीओ) समेत चार अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
सीडीओ ने उपायुक्त मनरेगा और डीपीआरओ को कारण बताओ नोटिस देते हुए बीडीओ मलवां को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। रोजगार सेवक और तकनीकी सहायक को सेवा समाप्ति का नोटिस दिया गया है। मंगलवार को अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज मनोज सिंह मलवां ब्लॉक के रेवाड़ी खुर्द और पहुर गांव में निरीक्षण करने पहुंचे थे।
रेवाड़ी खुर्द में 70 लोगों के मस्टर रोल के सापेक्ष एक भी श्रमिक मौके पर काम करता नहीं मिला। इसी क्रम में पहुर गांव में मौके पर महज चार श्रमिक काम करते मिले, जबकि मस्टर रोल में 20 लोगों के नाम थे।
इस लापरवाही पर अपर मुख्य सचिव ने नाराजगी व्यक्त की थी। मामला शासन स्तर तक पहुंचने पर बुधवार को सीडीओ ने मलवां एडीओ पंचायत दिनेशचंद्र पाठक, रेवाड़ी खुर्द के पंचायत सचिव अश्वनी मौर्य और पहुर के पंचायत सचिव विक्रम सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
सीडीओ ने रेवाड़ी खुर्द के सफाईकर्मी को भी निलंबित किया है। मलवां बीडीओ अजय पांडेय को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। रेवाड़ी खुर्द के तकनीकी सहायक मोहम्मद सैफी और पहुर गांव के रोजगार सेवक अरविंद सिंह को सेवा समाप्ति का नोटिस दिया है। सीडीओ ने उपायुक्त मनरेगा पुतान सिंह और डीपीआरओ अजय आनंद सरोज को भी इस गड़बड़ी पर कारण बताओ नोटिस थमाया है।